राजदर्प

सर्दी में गुनगुनी धूप का सेवन ब्रह्मानन्द से कम नहीं है।  सचिवालय में उद्योग विभाग के बाहर कुछ उद्योगपति गुनगुनी धूप का आनन्द ले रहे थे। इन उद्योगपतियों में श्री रामावतार अग्रवाल, श्री जैन, श्री धूत एवं श्री…

खड़ूस

   मि. मित्तल जैसा खड़ूस आपको ढूंढ़े नहीं मिलेगा ?         केक्टस एवं कोक्रोचों की तरह खड़ूस भी दुनियाँ में सर्वत्र मिल जाते हैं। इन्हें दीपक लेकर ढूंढने की जरूरत नहीं। इनकी मात्रा के अनुरूप इनके प्रकार भी कई तरह…

वृक्ष

क्षितिज के उस पार अंधकार हटने लगा था।  प्रभात का पट खोल प्रभाकर पूर्वी छोर से प्रगट हुए तो समस्त जगत ऊर्जा एवं उत्साह से भर गया। जड़-चेतन सभी क्रियाशील हो गये। सूर्य-भक्तों ने दोनों हाथ ऊपर कर…

नैहर

चढ़ते चैत्र की आज दूसरी रात थी।        क्षितिज के उस पार चन्द्रदेव अभी आधे ही उठे होंगे कि कुमुदिनियों ने झूम कर उनका स्वागत किया। चन्द्र दर्शन से उनका हर पत्ता ऐसे खिल उठा जैसे किसी कवि को…