पंचनामा

 रसियाजी क्या आए काॅलानी में हडकंप मच गया।  आवारा पशुओं को देखकर औरतें जैसे बच्चों को अंदर ले लेती हैं, रसियाजी को घूमते देख काॅलानी के मर्द एक विचित्र आशंका से भयभीत हो उठते। उस समय इनमें से…

असल अपरिग्रह

कहते हैं कि किसी ने दुनिया देखकर हिंदुस्तान नहीं देखा तो क्या देखा, हिंदुस्तान आकर जोधपुर नहीं देखा तो क्या खाक देखा एवं जोधपुर आकर यहां की ठण्ड नहीं देखी तो क्या देखा ? इस शहर की सर्दियों…

रोशनदान

नित्य की तरह ऑफिस से घर पहुंचा तब तक सांझ का झुरमुटा फैल चुका था। घर के ठीक सामने स्थित बगीचे में खड़े नीम, पीपल आदि ऊंचे पेड़ों पर पक्षियों का शोर बढ़ने लगा था। मैंने दरवाजा खोलकर…

उसका नाम

कोई तो है जो मेरा लगातार पीछा कर रहा है।  अब जब कि मैं साठ पार हो गया हूं एवं मुझे लगातार आश्वस्ति हो रही है कि कोई मेरे पीछे लगा है तो यह बात गलत नहीं हो…